तो इसलिए एमएस धोनी किसी ‘लीजेंड’ टूर्नामेंट में नहीं खेल सकते हैं?

पूर्व भारतीय कप्तान और दिग्गज विकेटकीपर-बल्लेबाज एमएस धोनी ने दो साल पहले साल 2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। लेकिन उसके बाद से वह अब तक किसी भी ‘लीजेंड’ टूर्नामेंट में नहीं खेले हैं। धोनी केवल भारतीय टी 20 लीग में दिखाई देते हैं और लीग के अगले सत्र के दौरान चेन्नई का नेतृत्व करने के लिए भी तैयार हैं।
गौरतलब है कि हाल के दिनों में टी20 क्रिकेट भारतीय प्रशंसकों के बीच काफी लोकप्रिय हो गया है और इसका उत्साह इस हद तक बढ़ गया है कि दिग्गज क्रिकेटर संन्यास के बाद भी अपने प्रशंसकों के लिए खेलते रहते हैं और उनका मनोरंजन करते रहते हैं। वापसी कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, आप रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज़ और लीजेंड्स लीग क्रिकेट को ले सकते हैं।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भी जो खिलाड़ी खेल रहे हैं उनमें सचिन तेंदुलकर, ब्रायन लारा, गौतम गंभीर, वीरेंद्र सहवाग और अन्य पूर्व दिग्गज क्रिकेटर शामिल हैं। इन खिलाड़ियों को अलग-अलग लीग में खेलते देखा गया है। वैसे तो कई लोगों के मन में यह सवाल आता है कि सचिन, युवराज जैसे दिग्गज खिलाड़ी रिटायरमेंट के बाद हर टूर्नामेंट में खेलते हैं, लेकिन धोनी कभी किसी टी20 लीग में नजर नहीं आते।
प्रशंसकों के लिए अपने पसंदीदा क्रिकेटरों को एक्शन में देखना एक ट्रीट है। अभी लीजेंड्स लीग और रोड सेफ्टी सीरीज चल रही है लेकिन धोनी जैसा लीजेंड सभी ‘लीजेंड्स’ लीग से गायब है।
जानिए एमएस धोनी ‘लीजेंड्स’ टूर्नामेंट में क्यों नहीं खेलते हैं?
आपको बता दें कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड के नियमों के अनुसार कोई भी भारतीय खिलाड़ी जो अनुबंध से जुड़ा है, वह किसी अन्य लीग का हिस्सा नहीं हो सकता, भले ही वह किसी खिलाड़ी या मेंटर के पद के लिए ही क्यों न हो? खिलाड़ियों को एक और लीग में खेलने के लिए पूरी तरह से संन्यास लेना होगा, जिसका मतलब है कि खिलाड़ी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के साथ-साथ घरेलू क्रिकेट से भी संन्यास लेना होगा। यानी अगर धोनी को लीजेंड्स टूर्नामेंट खेलना है तो उन्हें इंडियन टी20 लीग से भी संन्यास लेना होगा।
इसलिए वह दूसरी लीग में खेलने के बारे में सोच भी नहीं सकते। ऐसा करने के लिए धोनी को इंडियन टी20 लीग भी छोड़नी होगी, जो शायद वो न करें और न ही उनके फैंस चाहेंगे।