कुलदीप यादव की परिपक्वता पर कोच कपिल पांडे ने कहा, ‘मैं नहीं जानता था कि उसे कैसे दिलासा दूं क्योंकि मैं भी रो रहा था।’

हाल ही में टीम इंडिया की बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज अभी खत्म हुई है, जिसमें टीम इंडिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली। वहीं कुलदीप यादव ने टीम इंडिया को इस सीरीज का पहला टेस्ट मैच जिताने में अहम भूमिका निभाई और 8 विकेट लेने के अलावा बल्ले से भी कमाल का प्रदर्शन किया.
हालांकि, जब कुलदीप यादव को बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट से बाहर कर दिया गया तो सभी चौंक गए। तो इस फैसले पर उस वक्त रोहित की गैरमौजूदगी में टीम की कमान संभाल रहे केएल राहुल ने कहा था कि पिच पर ज्यादा घास को देखते हुए एक तेज गेंदबाज को खिलाया गया है.
कुलदीप की जगह उनादकट को मौका मिला
बता दें कि उस मैच में कुलदीप यादव को तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट को खिलाया गया था, जो गेंद से उतने प्रभावी नहीं दिखे थे. इसके बाद टीम इंडिया के इस फैसले से कुलदीप यादव के शुरुआती कोच कपिल पांडेय समेत फैन्स भी काफी दुखी नजर आए.
ऐसे में अब उन्होंने स्पोर्ट्सकीड़ा को दिए एक इंटरव्यू में अपनी भावनाएं जाहिर की हैं कि जब दूसरे टेस्ट मैच में कुलदीप यादव को खेलने का मौका नहीं मिला तो उन्हें कैसा लगा था.
कुलदीप ने मुझे इंतजार करने को कहा- कपिल पांडेय
स्पोर्ट्सकीड़ा को दिए एक इंटरव्यू में कुलदीप के कोच कपिल पांडे ने कहा, समय के साथ कुलदीप काफी मैच्योर हो गया है। शुरुआत में, मैं इस बच्चे के बारे में बहुत चिंता करता था जब इसे वो अवसर नहीं मिलते थे जिसके वह हकदार थे। उनके नाम दो हैट्रिक हैं, एक भारत ए के लिए और दूसरी अंडर-19 विश्व कप में।
जब उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ पहले मैच में मैन ऑफ द मैच होने के बावजूद दूसरे टेस्ट से बाहर कर दिया गया था, तो मुझे नहीं पता था कि उन्हें कैसे दिलासा दूं क्योंकि मैं खुद रो रहा था। लेकिन जिस तरह से उन्होंने मुझे धैर्य रखने और विश्वास रखने के लिए कहा कि चीजें अंततः काम करेंगी, यह दर्शाता है कि वह कितने परिपक्व हो गए हैं।