पृथ्वी शॉ को लगातार नजरअंदाज किए जाने पर भड़के गौतम गंभीर, कहा- कोच और चयनकर्ता किस काम के?

युवा भारतीय बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद भी टीम इंडिया के लिए खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिले हैं। साल 2018 में टेस्ट डेब्यू के बाद से वह टीम इंडिया के लिए सिर्फ 5 टेस्ट, 6 वनडे और 1 टी20 मैच ही खेल पाए हैं.
तो वहीं दूसरी ओर पूर्व विश्व कप विजेता खिलाड़ी और राजनेता गौतम गंभीर ने पृथ्वी शॉ को लेकर बड़ा बयान दिया है। गंभीर का मानना है कि चयनकर्ताओं और मुख्य कोच को इस युवा खिलाड़ी का मार्गदर्शन करने के लिए आगे आना चाहिए। ताकि वह क्रिकेट में सही रास्ते पर आ सके।
वहीं, गंभीर ने कहा है कि प्रबंधन की भूमिका केवल खिलाड़ियों को मैच के लिए तैयार करना नहीं है बल्कि यह उससे कहीं अधिक है। खासकर युवा खिलाड़ियों के साथ द्रविड़ के संबंध बेहतर हैं क्योंकि वह अंडर-19 टीम इंडिया के कोच थे।
गौतम गंभीर पृथ्वी शॉ के समर्थन में उतरे
गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स को दिए बयान में पृथ्वी के बारे में कहा, वहां कोच किस लिए होते हैं? वहां चयनकर्ता किस लिए हैं? क्या वे उन्हें खेलों के लिए तैयार करने के लिए हैं या सिर्फ टीमों का चयन करने और थ्रो-डाउन करने के लिए हैं।
इसलिए कोच, चयनकर्ता और प्रबंधन को ऐसे लोगों की मदद करनी चाहिए। पृथ्वी शॉ जैसा कोई, जिसके पास अद्भुत प्रतिभा है। उन्हें (प्रबंधन) उन्हें सही रास्ते पर लाना चाहिए और यह प्रबंधन के कार्यों में से एक है।
गंभीर ने आगे कहा, पृथ्वी शॉ जैसा कोई, जिस तरह से उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की और जिस तरह से उनमें प्रतिभा है, आप प्रतिभा के दम पर किसी खिलाड़ी को बैक कर सकते हैं।
साथ ही आपको उसके परिवेश को भी समझना होगा कि वह कहां से आता है और उसके सामने क्या समस्याएं हैं। प्रबंधन और चयनकर्ताओं को उसे सही रास्ते पर लाने में मदद करनी चाहिए।